Career Counselling Tips in Hindi : आइये पहले एक कहानी (Career Story in Hindi) पढ़ते है की कैसे parent के wrong decisions से बच्चों के career में रुकावट आती है:
Hindi Kahani – रूचि का career में महत्त्व
कई बार महेश जब अपने बनाये गए चित्र figures क्लास में अपने सहपाठियों को दिखता था तो उनको विश्वास नहीं होता थ. वो कहते थे की ये तुमने नहीं बनाया किसी और से बनवाया है. महेश को ड्राइंग और sketching बनाने में बहुत मज़ा आता था. जब वह क्लास 10th में पंहुचा तो उसने Science -Biology के सारे चित्र पहले से ही अपनी project file में बना कर रख लिए. उसे Maths से ज्यादा science पढने में मज़ा आता था. 10th के बोर्ड परीक्षाओं में उसके maths से ज्यादा science में marks थे. साइंस में 74% & math में 58% ही मार्क्स थे. इस हिसाब से उसने पूरा मन आगे की पढाई बिना मैथ के करने का मन बना लिया था. और वह physics, Chemistry, Biology (PCB) से intermediate करना चाहता था.
महेश के माता पिता ने उसके इस drawing/art वाले हुनर पर कभी ध्यान नहीं दिया. उनको ये सब बेकार की चीज़े लगती थी की जिनका कोई भविष्य नहीं होता. नहीं उनको लगता था की आर्ट के सहारे महेश कुछ कर पायेगा. class 10th के बाद महेश अपनी class 11th में गर्मियों की पढाई में biology 2 महीने पढ़ चूका था और वो full interest के साथ बायोलॉजी की study कर रहा था.
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जुलाई के महीने में जब फिर स्कूल खुले तो उसने biology की में ही अपनी पढाई शुरू कर दी. कुछ समय बाद उसके पिता ने उसे बायोलॉजी छोड़कर maths की क्लास में अपना transfer करने को कहा. महेश ने बताया की वो 2 months बायोलॉजी पढ़ चूका है और काफी subject ख़त्म हो चूका है. महेश का maths subject में interest न होने पर भी उन्होंने उसकी बात नहीं सुनी.
Moral of the Story
महेश के पिता के इस गलत निर्णय के कारन intermediate में महेश को dipression का सामना करना पड़ा और उसको maths & science में सिर्फ passing marks ही मिल पाए. क्योकि maths उसका interesting subject नहीं था. महेश का Bsc. में एडमिशन नहीं होपाया. फिर आगे की पढाई के लिए उसे B.Comm. में पढाई करनी पड़ी जो की उसके लिए बिलकुल नई stream थी.
इस वजह से महेश को पुरे 5 years parents के interest के subjects पढने पड़े जिसमे उसका रुछान बिलकुल नहीं था. और आगे की career में काफी बुरा प्रभाव पड़ा. अगर पेरेंट्स उसे उसकी interest की field में education देने के बारे में सोचते तो career जरूर bright होता.
Career Counselling Tips in Hindi for Parents | अपने बच्चों का कैसे मार्गदर्शन करे
आज हम सबकी lifestyle बहुत तेजी से बदल रही है. अपने बच्चों को सही मार्गदर्शन or guidance देना अति आवश्यक है. जिस field में उनका Interest है उस filed में उनको आगे बढ़ने के लिए आसानी से motivate किया जा सकता है और उनके मनचाहे क्षेत्र में वो जरूर सफल होंगे.
कई बार बच्चों के लिए career choose करना बहुत मुश्किल होजाता है ऐसे में parents को यह ध्यान रखना होगा की बच्चा किस field में बेहतर कर सकता है. बच्चे को ही खुद अपने interests तलाशने दे. वह अपनी रूचि पता चलने के बाद उसमे skill या talent विकसित करके सही career choose कर पायेगा.
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Experience या अनुभव से इंसान बहुत कुछ सीखता है. उसी तरह बच्चे भी अपने अनुभव से बहुत सीखते है. उनको आप कुछ करने और नई चीज़े सीखने के लिए जरूर प्रेरित करे. आप बच्चे की पसंद और नापसंद जानकर ही उसे मार्गदर्शन दे पाएंगे. अगर मातापिता करियर गाइडेंस नहीं दे सकते है तो फिर किसी Career Counselor की help ले सकते है. लेकिन उनका अपने बच्चे को प्रेरित करना बहुत जरूरी है.
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